Siddhantrt
Epic Legend
कॉर्पोरेट भगवद् गीता
हे एम्प्लोयी,
|| तुम पिछली लेट प्रमोशन का पश्चाताप मत करो ||
|| तुम अगली प्रमोशन कि चिंता भी मत करो ||
|| बस अपनी करंट पोस्टिंग से ही प्रसन्न रहो ||
|| तुम जब नहीं थे तब भी ये ऑफिस चल रहा था ||
|| तुम जब नहीं होगे, तब भी ये चलता रहेगा ||
|| जो लैपटॉप आज तुम्हारा है, कल किसी और का था ||
|| परसो किसी और का होगा. तुम इसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो ||
|| यही तुम्हारे समस्त दुखो का कारण है ||
|| अप्प्रैसल, इंसेंटिव, प्रोमोशन, इंक्रीमेंट ये शब्द अपने मन से निकल दो ||
|| फिर तुम इस ऑफिस के हो, और ये ऑफिस तुम्हारा है ||
हे एम्प्लोयी,
|| तुम पिछली लेट प्रमोशन का पश्चाताप मत करो ||
|| तुम अगली प्रमोशन कि चिंता भी मत करो ||
|| बस अपनी करंट पोस्टिंग से ही प्रसन्न रहो ||
|| तुम जब नहीं थे तब भी ये ऑफिस चल रहा था ||
|| तुम जब नहीं होगे, तब भी ये चलता रहेगा ||
|| जो लैपटॉप आज तुम्हारा है, कल किसी और का था ||
|| परसो किसी और का होगा. तुम इसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो ||
|| यही तुम्हारे समस्त दुखो का कारण है ||
|| अप्प्रैसल, इंसेंटिव, प्रोमोशन, इंक्रीमेंट ये शब्द अपने मन से निकल दो ||
|| फिर तुम इस ऑफिस के हो, और ये ऑफिस तुम्हारा है ||