Siddhantrt
Epic Legend
मैं शाम होने का इंतज़ार करता हूँ
कि तुम से बात होगी
तुम बिना रुके सब कहती जाओगी
फिर बीच में तुम्हें ख़्याल आएगा
कि मैं ही मैं बोल रही हूँ
अचानक ठहर कर कहोगी
तुम बोलो न
अब तुम्हारी बारी.
मैं कहूँगा
नहीं तुम बोलो, तुम्हें सुनना मेरी उदास रातों का इकलौता सितारा है,
और इस पर तुम्हारा पॉज़ हो जाना
ही मुहब्बत है
उस पल में ठहर जाना ही ज़िंदगी है!
कि तुम से बात होगी
तुम बिना रुके सब कहती जाओगी
फिर बीच में तुम्हें ख़्याल आएगा
कि मैं ही मैं बोल रही हूँ
अचानक ठहर कर कहोगी
तुम बोलो न
अब तुम्हारी बारी.
मैं कहूँगा
नहीं तुम बोलो, तुम्हें सुनना मेरी उदास रातों का इकलौता सितारा है,
और इस पर तुम्हारा पॉज़ हो जाना
ही मुहब्बत है
उस पल में ठहर जाना ही ज़िंदगी है!