गहरी नींद से अचानक नींद टूट गईं, आँख खुलते ही हिचकिया आने लगी,ऐसा लगा कोई याद कर रहा हो, सन्नाटा था चारों तरफ अधेरा ही अंधेरा , नजरें खिड़की पे पड़ा तो देखि चारो तरफ खोर छाया हुवा था,, फिर नजरें मोबाइल पे पड़ी झट से ऑन लाइन हो गईं, इधर भी सन्नाटाका मौसम छाया था,, पर हिचकिया रुक ही नहीं रही थी,मैं...