उस गली में फिर से आया, जहां तेरी हंसी गूंजती थी,
तेरी महक से लिपटी हवा, अब भी मुझे छूती थी।
तूने जो छोड़ा था खत, वो अब भी मेरे पास है,
तेरे बिना ये दिल, बस एक खाली सा एहसास है।
तेरे संग बिताए पल, जैसे चांदनी रातें थीं,
तेरी आंखों में खो जाना, वो बातें खास थीं।
अब तू दूर है, पर पास है कहीं यादों...