राहे देखती है आँखे पलके झुकती नहीं,
रो लेती है आँखे लेकिन थकती नहीं…...,
वजह कुछ नहीं, कुछ उम्मीद ज्यादा नहीं,
दो पल सुकून से बात हो ज्यादा कुछ उम्मीद नहीं….
ऐसा नहीं उन्हें हमारे एहसास का एहसास नहीं,
मसला ये है उनको समझने का ख्याल नहीं……
ऐसा नहीं वो बेरुखे है,
हकीकत ये है उनको हमारे जितना...