@Anshhi बिलकुल सही।
लेकिन तब तक देर हो चुका होता है।
इसके बाद खामोश रहना सबसे बेहतर होता है, क्योंकि भावनाओं को बार बार आहत करना सही नहीं है।
लेकिन तब तक देर हो चुका होता है।
इसके बाद खामोश रहना सबसे बेहतर होता है, क्योंकि भावनाओं को बार बार आहत करना सही नहीं है।
बेहतर होता अगर हम कुछ लोगो से मिले ही न होते!