किसकी दिल की मायूसी जहा से हो के गुजरी है,
हमारी सारी चालाकी वही पर खो के गुजरी है,
तुम्हारी और मेरी रात में बस फर्क है इतना,
तुम्हारी सो के गुजरी है,हमारी रो के गुजरी है।
हमारी सारी चालाकी वही पर खो के गुजरी है,
तुम्हारी और मेरी रात में बस फर्क है इतना,
तुम्हारी सो के गुजरी है,हमारी रो के गुजरी है।