माया कलम, सत्य लेखक,
अदृश्य हाथ में प्रवाहित अनंत रेखा।
जहाँ शब्द नहीं पहुँचते, वहाँ भी कथा चलती है,
जहाँ स्वर नहीं बजते, वहाँ भी संगीत गूँजता है।
हर दुख, हर सुख, हर क्षण का रंग,
लेखक की स्मृति में उभरता,
प्रकट करता अनजाने खेल।
माया बहती, रूपों में खिलती,
सत्य स्थिर, चेतना में निखरती।
जग...